8 नव॰ 2015

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जैसा दुनिया को देखोगे वैसा ही पाओगे

By: Successlocator On: नवंबर 08, 2015
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  • जैसा दुनिया को देखोगे वैसा ही पाओगे | Motivational Stories In Hindi For Students

    Motivational Stories In Hindi For Students
    प्रेरणादायी कहानी विद्यार्थियों के लिये :- ‘जैसा दुनिया को देखोगे वैसा ही पाओगे’

    Motivational Stories In Hindi For Students

    एक व्यक्ति और उसका बेटा रेगिस्तान में एक हिरन को Observe कर रहे थे जो किसी चीज़ को ढूंड रहा था. हिरन को इस तरह से देख बेटे ने पिता से पूछा – पिताजी वह हिरन क्या ढूंड रहा होगा ? इसका उत्तर पिता ने अपने ही बेटे से पूछा – बेटा तुम्हे क्या लगता क्या ढूंड रहा होगा वो ? बेटे ने कुछ देर सोचकर कहा मुझे लगता है की इस रेगिस्तान में वह धुमावदार रेती का तीला ढूंड रहा होगा.
    पिता ने बड़ी आसानी से कहा – नहीं, हिरन को देखकर मुझे तो ऐसा कुछ नहीं लगता. फिर दोबारा बेटे ने Guess किया और पिता से कहा- की वो रेती पर खाने के लिए या रहने के लिए अनाज और फसल ढूंड रहा होगा.
    पिता ने अपना वही उत्तर दोहराया और कहा- मुझे तो ऐसा नही लगता. अंत में बेटे ने मायूस होकर अपने पिता से कहा – अब और शेष बचा ही क्या है ? मै जहा तक भी देख पा रहा हु वहा ये रेगिस्तान है, और ये रेगिस्तान रेती के तीलो से बना है जिसमे कही-कही फसल भी लगी हुई है. आखिर अपने बेटे को मायूस होता देख पिता ने उत्तर दे ही दिया – बेटा, अगर वो सिर्फ रेत के तिलों को देख रहा होता तो आशा की कमी से ही मर जाता !
    वो हिरन अवश्य ही जीवन जीने का कोई संकेत ढूंड रहा है. कुछ हरा भरा ताकि उसे कुछ खाने का अवसर मिले. वो जानता है की उसका अस्तित्व उसके आस-पास की समस्याओ पर ध्यान केन्द्रित करने में नहीं बल्क़ि उन समस्याओ का समाधान / Solution धुंडने में है. जिस से उस हिरन का अस्तित्व बना रहे. अब उस व्यक्ति का बेटा उस हिरन को नए सम्मान के नजरिये से देख रहा था. उसकी देखने का नजरिया पूरी तरह बदल चूका था. बेटे में बदलाव देखकर पिता खुश हुए और अपने बेटे के कंधे पर हात रखकर उसकी पीठ थपथपाई, और कान में कुछ फुसफुसाए – की हम भी उसी हिरन की तरह है. मेरा आपके लिए आज ये प्रश्न है की – जब आप भी दुनिया को देखते है तो क्या आप भी वही अनगिनत समस्याए देखते है या उन समस्याओ का संभव उपाय खोजते है.
    आपको हमेशा जीवन की और देखते हुए सावधान रहना चाहिए – क्यू की उसी पर आपका अस्तित्व निर्भर करता है.
    आप जैसा दुनिया को देखोगे वैसा ही पाओगे.

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