क्या है आखिर सफलता! हम जो चाहते हैं उसे प सकें, यही सफलता है। इस सफलता को पाकर जो सुख की अनुभूति होती है, वह अवर्णनीय है। इस सफलता को पाने के कुछ मंत्र हैं, आप भी इन्हें अपनी लाइफ में शामिल करके सफलता की सीढियों पर चढ सकते हैं।
लाइफ में हर काम सोच-समझकर अपनी शाक्ति और योग्यतानुसार ही चुनें और उसे पूर्ण करके ही दम लें, चाहे वह कितना ही मुश्किल क्यों ना हों।
कुछ पाने के लिए कुछ खोना पडता है। वह भी किसी सीमा तक ही जैसे एक महिला जब लेखिका बनकर अपनी पहचान बनाना चाहती है तो उसे अपनी नींद व गप्पबाजी को त्यागना ही पडता है। नींद, आलस्य, गप्प-गोष्ठी जैसी आदतों को त्यागकर ही अपने लक्ष्य की ओर कदम उठाएं।
बहानेबाजी या टालते रहने की प्रवृति इंसार को अकर्मण्य बनाती है। समस्या का समाधान करें, घबराकर पलायन ना करें। असफलता ही सफलता का मार्ग प्रशस्त करती है। आप निरंता प्रयासरत रहें।
मंद स्मृति से पीडित बच्चों पर शोध कर रहे वैज्ञानिकों ने प्रमाणित किया है कि यदि उनको कलात्मक हौबी की ओर प्रेरित किया जाए तो उनका शारीरिक और मानसिक विकास तीव्र गति से होता है। नयी प्रेरणा ही उनकी लाइफ में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
हमेशा सकारात्मक विचारधारा अपनाएं, आशावादी बनें, क्योंकि निराशावादी विचारधारा ही इंसान को कुंठित कर असफलता की ओर धकेलती जाती है।
आज के प्रगतिशील युग में विकलांग भी पीछे नहीं हैं। वे किसी भी कलात्मक हौबी को निखारकर अपने पैरों पर खडे हो सकते हैं। इस प्रकार वे परिवार में, समाज में आत्मसम्मान से जी सकते हैं। बस देर है सिर्फ अपनी योग्यता की पहचान कर उसमें सम्पूर्ण शक्ति से जुट जाने की। ऎसे लोगों से अपना सम्बन्ध बनायें, जो आपकी तहर महत्वाकांक्षी व परिश्रमी हों तथा सच्चो व दृढ इच्छाशक्ति वाले हों। निराश व्यक्ति का साथ निराशा ही देगा। निराशा सफलता की घोर दुश्मन है।
किसी काम में असफल होने पर भाग्य को दोषी ना मानकर पूरी शक्ति व निष्ठा के साथ अपने लक्ष्य की प्राçप्त में जुट जाइये। अपनी आंख अर्जुन की भांति सिर्फ अपने लक्ष्य पर केन्द्रित रखिये।
मूड नहीं बना है या अभी मूड नहीं है नामक बीमारी से बचें। अच्छा समय मूड के कारण रूकता नहीं है और इस प्रकार अच्छा अवसर मुटी से रेत की तरह फिसल जाता है। इसके बाद रह जाता है केवल पछतावा।
सफलता पने केलिए समय का महत्व समझें। उसका एक-एक पल उपयोग में लाएं। एक से अधिक लक्ष्य होने पर प्राथमिकता के अनुसार उन्हें निश्चित करें और निष्ठा व लगनपूर्वक हर लक्ष्य की ओर बढें ताकि सफलता मिले।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें