कहा जाता है कि जब कोई इंसान अपनी लगन, एकाग्र लक्ष्य और पूरे दृंढ संकल्प के साथ जब कोई काम करता है तो उसको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। जब परिस्थितियाँ आपके विपरीत हों और आपको कोई उम्मीद की किरण ना दिख रही हो तो इंसान को धैर्य और सब्र नहीं खोना चाहिए और परिस्थियों के आगे हार नहीं माननी चाहिए और लगातार सफलता के लिए प्रयास करते रहना चाहिए।
Su-Kam Inveter, आज ये कंपनी विश्व विख्यात है और करीब 70 से ज्यादा ज्यादा देशों में इसका कारोबार फैला है और हाल ही में इसके मालिक “कुंवर सचदेव जी” ने बताया की कम्पनी का करीब 29 बिलियन डॉलर (1836 अरब रुपए) का टर्नओवर है। लेकिन शायद कोई ये नहीं जानता कि इस कम्पनी की शुरुआत एक छोटी सी दुकान के रूप में हुई थी।
आसान नहीं था रास्ता
जब कुंवर सचदेव दसवीं कक्षा में पढ़ते थे, उस समय वो अपने भाई के साथ मिलकर घर घर जाकर पेन बेचा करते थे जिससे कुछ पैसे कमाया करते थे। उन्होनें कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वो इतनी बड़े स्तर पे बिज़निस(Business) करेंगे। बाद में उन्होंने वो काम छोड़कर एक टीवी केबल वाले के पास नौकरी कर ली और घर घर जाकर टीवी केबल लगाते थे। काफी समय संघर्ष भरा रहा लेकिन बाद में उन्होंने नौकरी से दस हजार रुपये इकट्ठे किये और अपनी एक खुद की दुकान खोली जिसका नाम रखा “Su-Kam” और फिर ये खुद के केबल distribute करते थे।
कैसे बने इलेक्ट्रॉनिक के किंग
उन दिनों inverter बनाने की कम्पनियां विदेशों में भी नहीं थी। एक दिन कुंवर सचदेव जी को विचार आया कि कि क्यों ना एक इन्वर्टर बनाने का काम शुरू किया जाये। बस उसी दिन उनकी सफलता की शुरुआत हुई, उन्होंने कई अच्छे इंजीनियरों को अपने साथ जोड़ा और बहुत छोटे स्तर पे inverter बनाने का काम शुरू किया। काफी लोगों ने उन्हें रोका भी कि आपको इस बिजनिस की कोई समझ नहीं है तो आप इसमें सफल नहीं हो पाएंगे लेकिन वो अपनी जिद पे अड़े रहे और बहुत जल्द इंजीनियरों की मदद से काफी अच्छे डिजाइन के इन्वर्टर मार्किट में लाये और सौभाग्यवश लोगों को इन्वर्टर बहुत पसंद आये। धीरे धीरे उनका बिज़निस अच्छा चलने लगा और जल्द ही पुरे भारत में उन्होंने सफलतापूर्वक अपना व्यापार जमा लिया।
एक सलाह
कुंवर सचदेव जी युवाओं के लिए एक सन्देश देना चाहते हैं। वो बताते हैं कि आज के युवा हताश रहते हैं कि उनके पास business करने के लिए पैसे नहीं हैं, या उनके पास अच्छी डिग्री नहीं है। लेकिन कुंवर सचदेव जी कहते हैं कि केवल स्कूल की पढाई या डिग्री लेकर कोई बिज़नेसमैन नहीं बन सकता उसके लिए अच्छी समझ, मेहनत और लगन की जरुरत होती है। अगर आपके अंदर भी वो लगन और सफल बनने का जज्बा है तो दुनिया की कोई ताकत आपको सफल होने से नहीं रोक सकती।
एक सन्देश
मित्रों अक्सर हम लोग ऐसे सफल लोगों की कहानियाँ अख़बार या पत्रिका या टीवी पर अक्सर देखते हैं और प्रभावित भी होते हैं लेकिन केवल कुछ समय के लिए उसके बाद हम फिर से अपनी पुरानी जिंदगी जीने में लग जाते हैं। आज मैं चाहता हूँ कि आप भी अपने अंदर की चिंगारी को बुझने ना दें, आप भी अपने लिए कुछ बड़ा सोचें। जैसा कि कुंवर सचदेव जी ने कहा- अगर आपके अंदर भी लो लगन और सफल बनने का जज्बा है तो दुनिया की कोई ताकत आपको सफल होने से नहीं रोक सकती। तो आपको इस लेख से क्या शिक्षा मिली और आपने अपने लिए क्या बड़ा सोचा हमें नीचे कॉमेंट में जरूर बताएं।
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