16 जन॰ 2017
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आप यदि सफल बिजनेसमैन बनना चाहते है तो दुनिया की भी मत सुनो, खासतौर से अपने संबंधियों और अपने अभिभावकों की तो बिलकुल न सुनो। इसके लिए रिस्क लेने की क्षमता होनी चाहिए। फेल होना आपकी असफलता नहीं है बल्कि आपकी सफलता की कहानी है। यह कहना है विश्व के प्रसिद्ध जर्नलिस्ट हिंडोल सेनगुप्ता का।
वह सीआइआइ और यंग इंडियंस ट्राईसिटी चैप्टर द्वारा सेक्टर-31 हेडक्वार्टर में आयोजित एक लर्निग सेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्टीव जॉब्स ने अपने संबंधियों को स्मार्ट फोन और कंप्यूटर बनाने के बारे में बताया तो सभी ने विरोध किया। कौन जानता था कि वह छह इंडस्ट्री में एकदम चेंज ला देंगे। पर्सनल कंप्यूटर, एनीमेटेड मूवी, म्यूजिक, फोन और टेबलेट कंप्यूटिंग और डिजिटल पब्लिशिंग में उनका अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि मैं पावर ऑफ इकोनामी में विश्वास करता हूं। इंटरप्रेन्योरशिप वास्तव में देश के विकास के लिए सबसे आवश्यक है।
सेन गुप्ता सीआइआइ वाइआइ के सेशन में कश्मीर से कन्याकुमारी तक के लिए की गई स्टडी की किताब रिकास्टिंग इंडिया-हाउ इंटरप्रेन्योर रेवोल्यूशनाइजिंग द वर्ल्ड लार्जेस्ट डेमोक्रेसी के लांच के मौके पर आए थे। इसमें चंडीगढ़ के गौरी सिंह की स्टोरी भी है। गौरी सिंह ने इंडस्ट्री की काफी मदद की है। गौरी सिंह ने तीन हजार महिलाओं को ट्रेड किया और अब तक उनके दो हजार क्लाइंट हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में 1.2 बिलियन लोगों में से सिर्फ एक मिलियन लोग इंटरप्रेन्योरशिप के संबंध में सोचते है। हमारे पास समस्याएं है लेकिन उनका सोल्यूशन नहीं। इसको पूरा करने के लिए एक मिलियन युवा इंटरप्रेन्योर कास्ट और जेंडर संबंधित इश्यू पर काम कर रहे है।
रिस्क लेने वाला ही बनता है सफल बिजनेसमैन
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Successlocator
On: जनवरी 16, 2017
आप यदि सफल बिजनेसमैन बनना चाहते है तो दुनिया की भी मत सुनो, खासतौर से अपने संबंधियों और अपने अभिभावकों की तो बिलकुल न सुनो। इसके लिए रिस्क लेने की क्षमता होनी चाहिए। फेल होना आपकी असफलता नहीं है बल्कि आपकी सफलता की कहानी है। यह कहना है विश्व के प्रसिद्ध जर्नलिस्ट हिंडोल सेनगुप्ता का।
वह सीआइआइ और यंग इंडियंस ट्राईसिटी चैप्टर द्वारा सेक्टर-31 हेडक्वार्टर में आयोजित एक लर्निग सेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्टीव जॉब्स ने अपने संबंधियों को स्मार्ट फोन और कंप्यूटर बनाने के बारे में बताया तो सभी ने विरोध किया। कौन जानता था कि वह छह इंडस्ट्री में एकदम चेंज ला देंगे। पर्सनल कंप्यूटर, एनीमेटेड मूवी, म्यूजिक, फोन और टेबलेट कंप्यूटिंग और डिजिटल पब्लिशिंग में उनका अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि मैं पावर ऑफ इकोनामी में विश्वास करता हूं। इंटरप्रेन्योरशिप वास्तव में देश के विकास के लिए सबसे आवश्यक है।
सेन गुप्ता सीआइआइ वाइआइ के सेशन में कश्मीर से कन्याकुमारी तक के लिए की गई स्टडी की किताब रिकास्टिंग इंडिया-हाउ इंटरप्रेन्योर रेवोल्यूशनाइजिंग द वर्ल्ड लार्जेस्ट डेमोक्रेसी के लांच के मौके पर आए थे। इसमें चंडीगढ़ के गौरी सिंह की स्टोरी भी है। गौरी सिंह ने इंडस्ट्री की काफी मदद की है। गौरी सिंह ने तीन हजार महिलाओं को ट्रेड किया और अब तक उनके दो हजार क्लाइंट हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में 1.2 बिलियन लोगों में से सिर्फ एक मिलियन लोग इंटरप्रेन्योरशिप के संबंध में सोचते है। हमारे पास समस्याएं है लेकिन उनका सोल्यूशन नहीं। इसको पूरा करने के लिए एक मिलियन युवा इंटरप्रेन्योर कास्ट और जेंडर संबंधित इश्यू पर काम कर रहे है।
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