दोस्तों आज से करीब 3 वर्ष पहले में जब गाजियाबाद में रहिता था उस समय
मैने हम आप को अमीर क्यों बनाना चाहिते है ? पुस्तक को नई दिल्ली मेट्रो
स्टेशन से खरीदा था लेकिन आज 3 वर्ष बाद मैने इस पुस्तक को जब ध्यान से
पड़ा तब पता चला की इस पुस्तक में तो दम है !
न्यूयार्क टाइम्स के बेस्टसेलिंग लेखक डोनाल्ड जे० ट्रम्प मेरिडिथ मैकाइवर
और राबर्ट टी० कियोसकी शेरॉन लेक्टर दो लेखको ने मिलकर एक रचना की ''हम आप को अमीर क्यों बनाना चाहिते है ''लेखक
का कहना है की दुनिया के सामने कई चुनौतियां है उन में से एक सबसे बिकराल
है धन की चुनौती और इस धन की बिकराल समस्या का हल है इस पुस्तक में लेखक इस
पुस्तक के माद्यम से बताना चाहिता है की अगर आप किसी को एक मछली देंगे तो
उसका एक दिन का पेट भर जायेगा और यदि आप उसे मछली पकड़ना सिखा देंगे तो उसका
पेट पूरी तरह भर जायेगा
मेरा भी मानना है की धन के समस्या का हल धन नहीं है इसका हल है धन को
अर्जित करने की शिक्षा देना क्यों कि शिक्षा से आदमी का डर भाग जाता है
दोस्तों हम सबको एक बात याद रखनी चाहिए कि थोड़ी से कोशिश बहानो से कही
ज्यादा बेहतर है अगर हम सभी अपने पैने दिमाग का प्रयोग करे तो वर्तमान
परिबेस से हम ऊची छलांग लगा सकते है जिस तरहे से नफरत के जगह समझ आ सकती है
उसी प्रकार से डर कि जगह शिक्षा आ सकती है आज हम आप यदि डर को निकालदे तो
हर इंसान को मंजिल मिल सकती है हमें डर है अपनों का भाई का बहिन का समाज
का और फिर दोस्तों का ये डर ही है जो हमें बढ़ने नहीं देता है हमें
डर है अपने आप से कि कही हम फेल ना हो जाए यही डर हमें आजे नहीं जाने देता
है डर को दूर करती है शिक्षा और शिक्षा से आता है पैसा क्यों कि डर के आगे
जीत है हम आप कोई भी हो सभी को डर लगता है आप अपने इर्द गिर्द देखे आप
पायेगे कि आज वो लोग पैसे बाले है जिनके पास कल कहने के लिए पैसा नहीं था
क्यों कि उनका डर निकाल गया उनके पास खोने के लिए कुछ था नहीं इस लिए आज बो
पैसे बाले है आज से आप सभी डर को दूर भेज दो और शिक्षा को पास आने दो कुछ
दिनों के लिए आप सब कुछ भूल जाओ और सिर्फ लक्क्ष् को याद करो भूल जाओ अपनों के खोने के डर को समाज को अपनों को दोस्तों को सभी को फिर देखो कि आप को मंजिल मिलती है कि नहीं !
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