25 सित॰ 2016

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आत्म-मूल्यांकन से मिलती हैं सफलता

By: Successlocator On: सितंबर 25, 2016
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  • आत्म-मूल्यांकन से मिलती हैं सफलता
    Self-evaluation and assessment will help you to achieve your goals
    Secrets of success is already there in you, get evaluated yourself (Hindi)

    Image result for self confidence
    जीवन में आगे बढ़ने के लिए आत्म-मूल्यांकन बहुत जरुरी हैं।
    सफलता चुटकियो में नहीं मिलती और न ही परंपरागत रूप से एक ही तरह का काम करने से।

    योजना बनाकर उस पर अमल करना भी मायने रखता हैं।

    कोई भी काम ख़राब या छोटा नहीं होता और सभी तरह के काम में समान तरह के अवसर मौजूद होते हैं।लेकिन कोई उस काम में काफी पैसा बना लेता हैं और कोई उससे पैसा कमाने के बजाय सब कुछ गवां देता हैं।क्या कभी आपने सोचा हैं ऐसा क्यों होता हैं? ये तो आप सब ने सुना होगा दोस्तों से “अरे यार इस काम में ज्यादा पैसा नहीं हैं और मेहनत भी ज्यादा हैं, जबकि उसी काम में कोई अच्छा पैसा बना रहा हैं इसका मतलब यह हैं कि काम तो वह ख़राब नहीं हैं।
    तो फिर क्यों इतना फर्क हैं, कुछ लोग बोलते हैं अरे यार “वो किस्मत वाला हैं या फिर उसकी किस्मत अच्छी हैं अपने तो भाग्य में तो रोना ही लिखा हैं।
    दोस्तों, ऐसा कुछ भी नहीं हैं आप अपना आत्म-मूल्यांकन कीजिये शायद जबाब आपको खुद-ब-खुद मिल जाए अब आपका सवाल कैसे करू मूल्यांकन? मैं help करता हूँ।
    खुद से ये सवाल कीजिये और जबाब पूछिए।
    1) मुझे किस चीज में दिलचस्पी हैं? ऐसे कौन से काम हैं जिन्हें करने में मुझे मज़ा आता हैं?
    2) मेरी अब तक की Achievements (उपलब्धिया) क्या हैं?
    3) मेरे personality (व्यक्तित्व) में ऐसे कौन से गुण हैं, जिन्होंने मेरे जीवन को सहज बनाने में मेरी मदद की हैं?
    4) ऐसे कौन से काम हैं जो स्वाभाविक रूप से मेरे लिए बेहद आसान हैं?
    5) मुझमें कौन-सी abilities हैं जो मेरे जीवन में सफलता को बढ़ा सकती हैं?
    6) किसी काम को करने में मुझमें जो जोश और उर्जा एक दिन रहती हैं वह हफ्ते या महीने भर तक काम करने मेंकितनी रह जाती हैं?
    7) मेरे सपने क्या हैं व कार्यक्षेत्र की वास्तिवक दुनिया से मैं उन्हें किस तरह जोड़ सकता हूँ?
    8) ऐसे कौन से छोटे-छोटे काम हैं जिनमे मेरी दिलचस्पी बचपन से रही हैं इन कामो को एक साथ कैसे जोड़ा जा सकता हैं?
    9) वर्तमान कार्यक्षेत्रों से जुडी जरूरतों के हिसाब से मेरे carrier के विकल्प कितने सही हैं?
    10) मैं अपने carrier से सम्बंधित विकल्पों के बारें में कितनी जानकारी रखता हूँ?
    11) मेरी कौनसी कमजोरिया हैं? उन कमजोरिया का मुझ पर और मेरे carrier पर क्या असर होगा?
    12) मैं ऐसे कौनसे उपाय अपनाऊ, जिससे अपनी कमजोरियों से उभर सकू?
    13) मैं जो carrier चुनने जा रहा हूँ, उसके लिए कैसे व्यक्तित्व की जरुरत होती हैं और मेरा व्यक्तित्व उसके लिए सही हैं या नहीं?
    14) क्या में उस क्षेत्र में जाने से पहले खुद को परख सकता हूँ?
    15) अपने चयनित कार्यक्षेत्र में लम्बे समय तक सफल बने रहने के लिए मुझे किस से सहयोग मिल सकता हैं?
    इन सवालो के बारें में सोचने के बाद आप बेहद मूल्यवान जानकारी हासिल करेंगे आप स्वयं का परीक्षण करें और देखे यह जानकारी आपके लिए कितनी लाभदायक हैं।

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